Tuesday 4 June 2019

भारतीय कृषि(Indian Agriculture)

             भारतीय कृषि का परिचय

प्राचीन काल से ही भारत एक कृषि प्रधान देश रहा है ईसा पूर्व ही सिंधु घाटी सभ्यता के परमाणु के अनुसार उस समय ही भारत में कृषि कार्य प्रमुखता से किया जाता था कुछ ईसा पूर्व के कृषि आधारित ग्रंथ जिनसे यह प्रमाण मिलता है कि भारत हमेशा से एक कृषि प्रधान देश रहा है रोशनी विद्वान वह भी लोगों ने सन 1951 में भारत के बारे में कृषि के उद्योग केंद्र के रूप में वर्णन किया है भारत की 54 पॉइंट 6 प्रतिशत जनसंख्या प्रत्यक्ष रूप से कृषि पर निर्भर है मानसून पर निर्भरता के कारण भारतीय कृषि और अर्थव्यवस्था को मानसून का जुआ कहते हैं देश के कुल निर्यात मूल्य का लगभग 12 पॉइंट 7 प्रतिशत कृषि उत्पादों से ही प्राप्त होता है भारत की अर्थव्यवस्था समाज एवं संस्कृति का मूल आधार कृषि है 


भारत के कुल क्षेत्रफल के 40 पॉइंट 5 प्रतिशत भाग पर कृषि कार्य होता है भारतीय कृषि रोजगार प्रदान करने वाली उद्योगों को कच्चा माल प्रदान करने वाली राष्ट्रीय आय को बढ़ाने वाली पोस्ट पदार्थों का उत्पादन देने वाली तथा विदेशी मुद्रा की प्राप्ति में पूर्ण योगदान देने वाली है

                      प्राचीन कृषि ग्रंथ

कृष्ण पाराशर कृषि संग्रह पाराशर तंत्र वृक्ष आयुर्वेद रचयिता (सुरपाल) विश्व वल्लभ रचयिता (चक्रपाणि मिश्र) उपवन विनोद रचेता (सारंगधर )आदि ग्रंथ प्रमुख है जिनमें भारतीय कृषि से संबंधित दुर्लभ जानकारियां मिलती है

                   भारत की प्रमुख कृषि फसलें

                             गेहू(wheat)



गेहूं भारत की प्रमुख खाद्य फसल है भारत में विश्व में गेहूं उत्पादन का 11 पॉइंट 7% उत्पादन होता है भारत में कुल कृषि भूमि के 33% भाग पर गेहूं बोया जाता है सन 2014 15 में प्रति हेक्टर गेहूं का उत्पादन प्रति हेक्टेयर 88 पॉइंट 900000 मिलीयन टन था उत्तर प्रदेश पंजाब हरियाणा राजस्थान मध्य प्रदेश बिहार पश्चिम बंगाल कर्नाटक महाराष्ट्र गुजरात तमिलनाडु आंध्र प्रदेश जैसे राज्य प्रमुख उत्पादक राज्य हैं

                          चावल(rice)



दुनिया का 19% चावल भारत में ही पैदा होता है वर्ष 2015 में भारत के खदानों के कुल क्षेत्रफल के 35 पॉइंट 9 प्रतिशत भाग पर सिर्फ चावल ही बोया गया था चावल एक उष्णकटिबंधीय पौधा है जिसके लिए जनोट एवं चिकनी मिट्टी उपयुक्त है 100 से 200 सेंटीमीटर वर्षा इसके लिए आदर्श वर्षा है चावल की अनेक किस्में है जिनमें बासमती जमुना परी ir8 एवं शरावती प्रमुख है पश्चिम बंगाल उत्तर प्रदेश आंध्र प्रदेश पंजाब बिहार तमिलनाडु छत्तीसगढ़ मध्य प्रदेश उड़ीसा राजस्थान असम केरल भारत के प्रमुख चावल उत्पादक राज्य हैं

                          कपास(cotton)


कपास का जन्म स्थान भारत देश है कपास उपोषण तथा उष्णकटिबंधीय पौधा है भारत में विश्व की 12% कपास पैदा की जाती है कपास की फसल हेतु 50 से 100 सेंटीमीटर वर्षा तथा काली मिट्टी सर्वाधिक उपयुक्त रहती है कपास का सर्वाधिक उपयोग वस्त्र बनाने में किया जाता है भारत में गुजरात महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश तेलंगाना पंजाब हरियाणा राजस्थान तमिलनाडु कर्नाटक मध्य प्रदेश केरल उड़ीसा हिमाचल प्रदेश जम्मू कश्मीर आसन एवं बिहार में कपास का सर्वाधिक उत्पादन होता है गुजरात कपास उत्पादन में भारत में प्रथम स्थान है प्रति हेक्टेयर उत्पादन में पंजाब प्रथम स्थान पर है बीटी कॉटन कपास की एक उन्नत किस्म मानी जाती है

                        गन्ना(sugarcane)



कपास की तरह गन्ने का जन्मस्थान भी भारत ही है गन्ना एक व्यापारिक फसल है विश्व का 35% गणना भारत में उत्पन्न होता है गन्ना अयन वृत्तीय पौधा है यह 20 डिग्री से 30 डिग्री तापमान एवं 100 से 200 सेंटीमीटर वर्षा वाले क्षेत्र में अधिक अच्छी स्थिति में उपज देता है उत्तरी भारत गन्ने का प्रमुख उत्पादक क्षेत्र है गंगा की ऊपरी ओएमजी वृत्तीय गति सर्वाधिक गन्ना पैदा करने वाले क्षेत्रों में से हैं भारत में उत्तर प्रदेश महाराष्ट्र तमिलनाडु कर्नाटक आंध्र प्रदेश गुजरात पंजाब हरियाणा राजस्थान बिहार तथा उड़ीसा प्रमुख गन्ना उत्पादक राज्य है गन्ना उत्पादक के लिए अनुकूल जलवायु समुद्र तटीय जलवायु है इसमें प्रति हेक्टर गन्ने का उत्पादन बहुत ही अच्छा मिलता है

                                 चाय(tea)



चाय एक महत्वपूर्ण वेबसाइट फसल है जो भारत देश में प्रमुख पेय पदार्थ के रूप में प्रचलित है क्षेत्रफल तथा उत्पादन की दृष्टि से भारत विश्व में चाय उत्पादन सर्वाधिक करता है निर्यात में भारत का दूसरा स्थान है चाहे एक उसने कटिबंधीय पौधा है जो प्रवाहित धरातल 200 से 500 सेंटीमीटर तथा 25 सेंटीमीटर तापमान चाय उत्पादन के लिए अनुकूल वातावरण है भारत में असम पश्चिम बंगाल तमिलनाडु केरल यह राज्य देश के कुल उत्पादन का 95% चाय उत्पादित करते हैं अन्य चाय उत्पादक राज्यों में हिमाचल प्रदेश तथा भारत के पूर्वी राज्य शामिल है

                      सब्जी(vegitable)



 के साथ-साथ भारत में सब्जियों का भी उत्पादन प्रचुर मात्रा में किया जाता है भारत में परंपरागत सब्जियों के साथ-साथ आधुनिक सब्जियों का उत्पादन भी बड़े स्तर पर किया जाता है सब्जी उत्पादन में भारत की प्रमुख सब्जियां टमाटर हरी मिर्च शिमला मिर्च आलू गोभी बोर्कली मटर लोकी तोरयो टिनसी गवार फली आदि है सब्जियोंों के उत्पादन मे भारत विश्व में दूसरे स्थान पर है वर्तमान समय मेंं भारत में बागानी की फसलों का उत्पादन प्रचुर मात्रा में किया जाता है मटर उत्पादन मेंं भारत विश्व मेंपहला स्थान रखता है बैंगन पता गोभी उत्पादन में दूसरा स्थान तथा आयु एवं टमाटर उत्पादन में तीसरा स्थान रखता है

                                 फल




फल उत्पादन की दृष्टि से भारत विश्व का दूसरा सबसे बड़ा फल उत्पादक देश है भारत में सभी प्रकार के फल जैसे  चीकू आम केला वनस्पति सेब खरबूजा स्ट्रॉबेरी अनार अंगूर आदि प्रमुख फलों का उत्पादन किया जाता है




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