Saturday 1 June 2019

भारत के प्रमुख पालतू पशु

 भारत देश में निम्नलिखित पालतू पशु पाए जाते हैं

प्राचीन काल से ही भारत एक कृषि प्रधान देश रहा है कृषि कार्यों के साथ-साथ यहां के लोगों की आजीविका का प्रमुख साधन पशुपालन भी रहा है विभिन्न प्रकार के पशुओं द्वारा दूध दही घी मांस आदि रोजमर्रा की जरूरी चीजों का उत्पादन होता रहा है                   
                                   


                                 गाय व बैल



                                 विश्व के गाय और बैल पालकों की श्रेणी में भारत का स्थान ब्राजील के बाद दूसरा है सन 2012 में देश में गाय बैलों की कुल संख्या 19 पॉइंट 1 करोड़ थी जो कि विश्व की कुल गाय बैल संख्या का 12 पॉइंट 7 प्रतिशत थी भारतीय नस्ल की गाय का दूध विश्व में सर्वश्रेष्ठ अक्टूबर का है भारत के अधिकांश भागों में गाय के साथ बिल भी पाले जाते हैं गाय का दूध अपनी उच्च गुणवत्ता एवं पौष्टिकता के कारण स्वास्थ्य के लिए अमृत तुल्य माना जाता है



                           भैस व  भैसा




   विश्व के 20 बालक देशों में भारत का प्रथम स्थान है सन 2012 की गणना के अनुसार भारत में देशों की कुल संख्या 11 करोड़ थी जो विश्व की कुल देशों की संख्या का 56 पॉइंट 7 प्रतिशत हिस्सा है देशों के लिए अपेक्षाकृत ठंडक तथा अधिक जल की आवश्यकता होने के कारण अधिकांश बसें देश के अंदर प्रदेशों में पाली जाती है इसके साथ उत्तर प्रदेश आंध्र प्रदेश महाराष्ट्र भारत के प्रमुख भैंस पालक राज्य हैं जबकि पंजाब हरियाणा राजस्थान मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ झारखंड बिहार तथा तमिलनाडु में भी वैसे पाली जाती है भैंस गाय की तुलना में अधिक वसा युक्त तथा गाढ़ा दूध देती है हरियाणा की मुर्रा नस्ल की भैंस भारत मे  श्रषढ मानी जाती है


                               बकरियाँ





भारत में बकरियां दूध तथा मांस उत्पादन के लिए पाली जाती है इनके रखरखाव का खर्च कम होने के कारण इनको बड़े स्तर पर पाला जाता है इसके साथ इसकी विशेषता यह है कि इसकी 140 भी बहुत तेजी से होती है भारत में 13 पॉइंट 5 करोड़ बकरियां है जो विश्व की कुल बकरियों की संख्या का 14 पॉइंट 5% के साथ विश्व में प्रथम स्थान पर है भारत देश में राजस्थान उत्तरप्रदेश पंजाब गुजरात मध्य प्रदेश तमिलनाडु आंध्रप्रदेश तथा झारखंड भारत के प्रमुख बकरी पालन राज्य है

                                भेङ



भेङ  पालन में भारत चीन के बाद विश्व का दूसरा सबसे बड़ा पेड़ पालक देश है देश में लगभग 65 करोड़ पेड़ पाली जाती है भारत में पेड़ के उन में मांस को प्रमुखता से काम में लिया जाता है देश के शुष्क अर्ध शुष्क पर्वतीय भागों में भेड़ पालन रोजमर्रा का प्रमुख साधन है देश की लगभग 60% भराजस्थान आंध्र प्रदेश तथा तमिलनाडु राज्य में पाली जाती है इसके अलावा मध्य प्रदेश कर्नाटक हिमाचल प्रदेश पंजाब हरियाणा उत्तराखंड उत्तर प्रदेश B.Ed पालन में इंटरव्यू के बाद अग्रणी राज्य हैं भारतीय पेड़ों से प्राप्त होती है उसका स्तर ज्यादा अच्छा नहीं होता इसलिए इसका उपयोग प्रमुख रूप से गलीचा निर्माण में किया जाता है



                             ऊँट





ऊँट  भारत देश में विश्व के केवल 2 पॉइंट 4 प्रतिशत  हैं देश में ऊंटों की कुल संख्या 400000 है जिसमें से लगभग 50% वोट अकेले राजस्थान राज्य में ही पाले जाते हैं श्रेष्ठ पंजाब हरियाणा गुजरात उत्तर प्रदेश तथा मध्य प्रदेश राज्यों में पाले जाते हैं ऊंट को रेगिस्तान का जहाज कहा जाता है क्योंकि यह काफी दिनों तक लगभग 7 दिनों तक बिना पानी पिए रह सकता है तथा यह गर्म वातावरण में भी अपने आप को जीवित रखने की क्षमता रखता है रेतीले भागों में परिवहन के लिए वोट के अलावा कोई बेहतर दूसरा विकल्प नहीं है


                                 घोङा




इस पशु का पालन बड़े स्तर पर नहीं किया जाता है लेकिन फिर भी घोड़ा भारतीय सभ्यता और संस्कृति का अहम हिस्सा रहा है पुराने समय में युद्ध वाहक के रूप में इसका प्रमुखता से उपयोग किया जाता रहा है वर्तमान समय में घोड़े का पालन सिर्फ शौक और राजशाही दिखावे के लिए ही किया जाता है क्योंकि घोड़े से कोई अतिरिक्त 

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