Saturday 1 June 2019

इंदिरा गांधी नहर = Indara gandi nahar pariyojana

             इंदिरा गांधी नहर परियोजना





इंदिरा गांधी नहर का उद्गम स्थल हरिके बैराज पंजाब


31 मार्च 1958 में तात्कालिक केंद्र सरकार द्वारा बीकानेर के महाराजा गंगा सिंह तथा जल एवं सिंचाई इंजीनियर कंवर सेन के प्रयासों से इस नहर परियोजना का शिलान्यास किया गया श्री कंवर सेन को इस नहर परियोजना का जनक कहा जाता है पश्चिमी राजस्थान में सिंचाई एवं पेयजल पशु पालन मछली उत्पादन के लिए उपयोगी एक महत्वपूर्ण नहर परियोजना है इस नहर परियोजना को पश्चिमी तथा उत्तरी राजस्थान की लाइफ लाइन कहां जाता है



                       इंदिरा गांधी नहर राजस्थान






                      इंदिरा गांधी नहर जिला बाड़मेर


विश्व की सबसे बड़ी नहर परियोजना मानी जाती है इसका पुराना नाम राजस्थान नहर था जिसे नवंबर 1984 में बदलकर इंदिरा गांधी नहर परियोजना कर दिया गया इंजीनियर श्री कंवर सेन की योजना अनुसार सन् 1952 में सतलज एवं व्यास नदी के संगम पर पंजाब राज्य के हरिके बैराज से इस नहर परियोजना को शुरू किया गया हरिके बैराज ही इस नहर का उद्गम स्थल है यह नहर श्री गंगानगर हनुमानगढ़ बीकानेर जैसलमेर बाड़मेर जोधपुर चूरू व नागौर को जलापूर्ति करती है इस नहर की कुल लंबाई 6449किलोमीटर है इस नहर परियोजना में कुल सिंचाई का 30% भाग लिफ्ट नहर  एवं 70% भाग इसकी शाखाओं से सिंचित होता है क्योंकि थार के मरुस्थल का विस्तार पश्चिम की ओर है इस कारण इंदिरा गांधी नहर के पानी को पूर्व में पहुंचाने के लिए लिफ्ट नहर ओं का निर्माण किया गया है वर्तमान समय में राजस्थान राज्य के विभिन्न स्थानों पर पयजल एवम सिंचाई के लिए जरूरी पानी पहुंचाने का कार्य चालू है अर्थात ईसकी लगातार लंबाई राजस्थान राज्य में बढ़ाई जा रही है क्योंकि राजस्थान राज्य के लिए पानी का सबसे बड़ा स्रोत इंदिरा गांधी नहर इसके अतिरिक्त के प्रमुख शाखा नहर में भी बनाई गई है जिसे निम्नलिखित मानचित्र में दर्शाया गया है

इंदिरा गांधी नहर परियोजना मानचित्र हिंदी 



इंदिरा गांधी नहर परियोजना मानचित्र अंग्रेजी में

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